mom hot sex story

हेलो दोस्तों मैं शहज़ादी हूं, आज मैं एक नई सेक्स स्टोरी लेकर आ गई हूं जिसका नाम है “फूफा ने मौका देखकर मेरी माँ को पेल दिया – mom hot sex story“ यह कहानी रोहन की है आगे की कहानी आपको अनुराधा बताएंगी मुझे यकीन है कि आप सभी को यह पसंद आएगी|

मेरा नाम रोहन है।

मैं भुसावल का रहने वाला एक नौजवान हूँ।

मेरी माँ, सुनीता, बहुत खूबसूरत और गोरी हैं।

उनकी उम्र लगभग 39 साल होगी

लेकिन उनकी जवानी देखकर कोई अंदाज़ा नहीं लगा सकता कि वह दो बच्चों की माँ हैं। (mom hot sex story)

उनका फिगर इतना आकर्षक है कि गाँव के मर्द उन्हें देखते ही रह जाते हैं।

उनके भरे हुए चूचे, पतली कमर और उभरे हुए चूतड़ मनमोहक हैं।

मेरी माँ का चेहरा भी बहुत आकर्षक है, बड़ी-बड़ी आँखें, गुलाबी होंठ और लंबे काले बाल, जिन्हें वह अक्सर खुले छोड़ती हैं।

हालाँकि, वह बहुत गुस्सैल स्वभाव की हैं और छोटी-छोटी बातों पर मेरे पिता और दादा-दादी से झगड़ती रहती थीं।

मेरे फूफा, अरविन्द, रायपुर में रहते हैं।

वह 5.9 फीट लंबे, गोरे और हट्टे-कट्टे हैं, और उनका स्मार्ट व्यक्तित्व किसी को भी प्रभावित कर देता है। mom hot sex story

उनकी उम्र लगभग 33 साल रही होगी, और वह हमेशा मेरे और मेरी छोटी बहन रिया के लिए ढेर सारी चीज़ें लाते थे,

जिससे हम दोनों उनसे बहुत प्यार करते थे।

रिया, जो मुझसे 1 साल छोटी है, गोरी और दुबली-पतली है, और बहुत शांत स्वभाव की है।

मैं उस समय जवान हो रहा था और सेक्स के बारे में थोड़ा-बहुत समझने लगा था, लेकिन अभी भी पूरी तरह से अनजान था।

यह कई साल पहले की बात है। (mom hot sex story)

एक बार, माँ का मेरे पिताजी और दादा-दादी से बहुत झगड़ा हो गया।

गुस्से में, माँ हमें मेरे नाना-नानी के घर ले गईं।

हम वहाँ 2 महीने से ज़्यादा रहे।

मेरे नाना-नानी का घर गाँव में था, एक बड़ा सा घर जिसके सामने एक छोटा सा पार्क और चारों ओर खेत थे।

माहौल शांत था, लेकिन माँ का गुस्सा कम नहीं हुआ था।

एक दिन, फूफा रायपुर से आए।

वे किसी काम से गाँव आए थे और 2-3 दिन रुकने वाले थे।

उन्होंने पास के एक छोटे से होटल में कमरा बुक किया था, लेकिन दिन में अक्सर हमारे घर आते-जाते रहते थे।

जब फूफा आए, तो वे अपने साथ बहुत सारी चीज़ें लाए—मिठाइयाँ, खिलौने और मेरे लिए एक नया क्रिकेट बैट।

हम बच्चे बहुत खुश हुए।

उस दिन नाना-नानी को किसी ज़रूरी काम से बाहर जाना था। (mom hot sex story)

फूफा सुबह-सुबह घर आ गए और हॉल में बैठकर नाना-नानी और माँ से बातें करने लगे।

बातचीत पापा और नाना-नानी पर केंद्रित थी।

फूफा माँ को समझा रहे थे कि घर में छोटी-मोटी बातें होती रहती हैं और उन्हें भुसावल वापस चले जाना चाहिए।

माँ गुस्से में थीं और उनकी आँखों में आँसू आ गए।

शाम को, नाना-नानी ने फूफा को घर पर ही रहने को कहा और वे काम पर चले गए।

अब घर में सिर्फ़ मैं, रिया, माँ और फूफा थे।

हम हॉल में बैठे बातें कर रहे थे।

माँ अभी भी उदास थीं और बातें करते-करते उनकी आँखों में आँसू आ गए।

फूफा हमें खेलने के लिए बाहर भेज रहे थे और कह रहे थे, बच्चों को ऐसी बातें नहीं सुननी चाहिए;

इससे तुम्हारे दिमाग पर बुरा असर पड़ेगा।

माँ मान गईं और हमें पार्क भेज दिया। (mom hot sex story)

रिया खुशी-खुशी चली गई, लेकिन मेरा दिल माँ के साथ था।

मैं उनकी बातें सुनना चाहता था, इसलिए थोड़ी देर बाद मैं चुपके से घर वापस आ गया और गेट के पास खड़ा होकर उनकी बातें सुनने लगा।

माँ रोते हुए बोलीं, वे मुझे बिल्कुल पसंद नहीं करते।

वे हर बात पर मुझे ताना मारते हैं।

फूफा ने धीरे से कहा, “सुनीता, भाई तुमसे बहुत प्यार करता है। तुम्हें उसके साथ रहना होगा।”

माँ ने गुस्से से कहा, “अगर वो मुझसे प्यार करते, तो क्या वो खुद मुझे लेने नहीं आते?”

फूफा ने कहा, “उन्होंने मुझे तुम्हें मनाने के लिए भेजा है।”

माँ ने सिर हिलाया, “नहीं, मैं वहाँ वापस नहीं जाऊँगी। मैं वहाँ नहीं रह सकती।”

और यह कहते ही माँ फूट-फूट कर रोने लगीं।

फूफा उठकर उनके पास बैठ गए।

उन्होंने उनके आँसू पोंछे और उन्हें शांत करने के लिए उनके कंधे पर हाथ रखा।

माँ ने अचानक फूफा को गले लगा लिया और उनके सीने में चेहरा छिपाकर रोने लगीं।

फूफा ने उनके सिर पर हाथ फेरा, और धीरे-धीरे माँ का रोना कम हो गया। (mom hot sex story)

लेकिन वो अब भी फूफा से चिपकी हुई थीं।

मैं बाहर खड़ा देख रहा था, और मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है।

थोड़ी देर बाद, फूफा माँ की पीठ सहलाने लगे।

माँ ने अपना हाथ उनकी कमर पर रख दिया।

वे एक-दूसरे के और करीब आ गए।

अचानक, फूफा ने माँ का चेहरा अपने हाथों में लिया और उनके होंठों पर अपने होंठ रख दिए।

माँ ने पहले तो थोड़ा विरोध किया,

लेकिन फिर वो भी फूफा को चूमने लगीं।

मेरी आँखें चौड़ी हो गईं।

मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है। (mom hot sex story)

उस समय मुझे सेक्स के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं थी, लेकिन जो हो रहा था, वह अजीब भी था और रोमांचक भी।

फूफा ने माँ को हॉल में सोफ़े पर धकेल दिया।

माँ ने उस समय हल्के लाल रंग की साड़ी पहनी हुई थी, जिसका पल्लू नीचे गिरा हुआ था।

फूफा ने जल्दी से माँ के ब्लाउज के बटन खोलने शुरू कर दिए।

माँ ने थोड़ा विरोध किया, “अरविन्द, तुम क्या कर रहे हो? बच्चे बाहर हैं”

लेकिन फूफा ने उनकी बात अनसुनी कर दी और उनका ब्लाउज खोलकर उनकी ब्रा नीचे खींच दी।

माँ के भरे हुए चूचे खुले हुए थे, गोल और गोरे, उनके निप्पल गुलाबी और सख्त थे।

फूफा ने एक चूचे मुँह में लिया और चूसने लगे।

माँ की साँसें तेज़ हो गईं और वह धीरे से कराहने लगीं, “आह… अरविन्द… धीरे…”

फूफा ने माँ की साड़ी कमर तक ऊपर उठा दी।

उनकी काली पैंटी साफ़ दिखाई दे रही थी। (mom hot sex story)

फूफा ने उसे एक झटके में नीचे खींच दिया।

माँ की चूत गीली और फिसलन भरी थी, मानो वो पहले से ही उत्तेजित हो चुकी हों।

फूफा ने अपनी पैंट और अंडरवियर नीचे खींचे, और उनका लंड बाहर आ गया।

यह मोटा और लंबा था, शायद 8 इंच का, और उसकी नसें उभरी हुई थीं।

माँ ने उसे देखा, और उनकी आँखों में एक अजीब सी चमक थी।

फूफा ने माँ की टाँगें फैलाईं और उनके ऊपर चढ़ गए।

उन्होंने अपना लंड माँ की चूत पर रगड़ा, जिससे माँ ज़ोर से कराह उठीं, “उम्म… अरविन्द… आह…” फूफा ने धीरे से अपना लंड माँ की चूत में डाला।

माँ ने अपनी आँखें बंद कर लीं, और उनके मुँह से एक लंबी “आह” निकली। (mom hot sex story)

फूफा धीरे-धीरे धक्के लगाने लगे, और हर धक्के के साथ माँ की चूत से पिचकारी जैसी आवाज़ें आने लगीं।

माँ ने अपनी टाँगें फूफा की कमर में लपेट लीं और अपने नाखूनों से उनकी पीठ खरोंचने लगीं।

“अरविन्द… आह… ज़ोर से… चोदो मुझे…”

माँ की आवाज़ में एक अजीब सी बेचैनी थी।

फूफा ने अपनी स्पीड बढ़ा दी, और अब वो माँ को ज़ोर-ज़ोर से चोद रहे थे।

सोफ़ा हिल रहा था, और कमरा “फ़च-फ़च” की आवाज़ों से भर गया था।

माँ की कराहें अब चीखों में बदल गई थीं, “आह… उह… हाय… अरविन्द… रुकना मत…” फूफा ने माँ का एक चूचे हाथ में लिया और उसे ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगे।

माँ की चूत पूरी तरह गीली हो चुकी थी, और हर धक्के के साथ उनका शरीर काँप रहा था।

फूफा लगभग 10 मिनट तक माँ को इसी तरह चोदते रहे। (mom hot sex story)

फिर उन्होंने माँ को पलट दिया और उन्हें कुतिया की तरह सोफ़े पर झुका दिया।

माँ के भारी चूचे सोफ़े पर लटक रहे थे, और उनकी चूत पीछे से पूरी तरह खुली हुई थी।

फूफा ने पीछे से अपना लंड उनकी चूत में डाला और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगे।

माँ की चूत से पिचकारी की आवाज़ आ रही थी

और हर धक्के के साथ वो चीख रही थी, “आह… हाय… अरविन्द… फाड़ दे मेरी चूत को…”

फूफा ने उनके चूतड़ों पर हल्के से थपकी दी और बोले, “सुनीता, तुम्हारी चूत बहुत टाइट है… मज़ा आ रहा है…”

थोड़ी देर बाद, फूफा ने माँ को फिर से सीधा किया और उनके ऊपर चढ़ गए।

अब वो इतनी ज़ोर से धक्के लगा रहे थे कि माँ का पूरा बदन काँप रहा था।

माँ की चीखें तेज़ हो गईं, “आह… उह… अरविन्द… मैं झड़ने वाली हूँ…”

फूफा ने भी अपनी गति बढ़ा दी और अचानक वो अकड़ गए। (mom hot sex story)

उन्होंने अपना लंड माँ की चूत में गहराई तक डाला और “उह…” की आवाज़ के साथ झड़ गए।

माँ भी उसी समय झड़ गईं, उनकी साँसें तेज़ हो गईं।

वे दोनों कुछ देर ऐसे ही लेटे रहे।

फिर माँ उठीं, अपनी पैंटी और साड़ी ठीक की और बोलीं, “अरविन्द, इतने सालों बाद आज मुझे इतना मज़ा आया।

मैं खुद को रोक नहीं पाई।”

फूफा हँसे और बोले,

“सुनीता, मैं कब से तुम्हारे खूबसूरत बदन को चोदना चाहता था।

आज मौका मिला है, तो भला कैसे छोड़ सकता था?

आज रात हम और भी मज़े करेंगे।”

रात के खाने के बाद, हम सब हॉल में टीवी देख रहे थे। (mom hot sex story)

माँ और फूफा पास-पास बैठे थे।

माँ ने हल्का सा गाउन पहना हुआ था जो उनके फिगर को और उभार रहा था।

फूफा का हाथ बार-बार माँ की कमर पर जा रहा था,

और माँ उसे धीरे से हटा रही थीं।

उन्होंने धीरे से कहा, “अरविन्द, बच्चे देख लेंगे… सब्र करो।”

लेकिन उनकी आँखों में दिन जैसी ही शरारत थी।

माँ ने हमें जल्दी सोने के लिए कहा था, लेकिन हम टीवी देखना चाहते थे।

शायद माँ और फूफा अब और इंतज़ार नहीं कर सकते थे। (mom hot sex story)

माँ ने फूफा की तरफ देखा और मुस्कुराते हुए कहा, “मैं रसोई में बर्तन साफ़ कर देती हूँ। तुम लोग टीवी देखो और सो जाओ।”

और वह रसोई में चली गईं।

थोड़ी देर बाद फूफा भी उठे और बोले, “रोहन, मैं सोने जा रहा हूँ।”

उनका कमरा रसोई के पास ही था।

मुझे शक हुआ, इसलिए मैं चुपके से रसोई की खिड़की के पास गया।

माँ वहाँ खड़ी थीं, उनके हाथ रसोई के चूल्हे पर थे, उनका गाउन कमर तक चढ़ा हुआ था।

फूफा पीछे से अपना लंड उनकी चूत में डालने की कोशिश कर रहे थे।

माँ ने धीरे से कहा, “अरविन्द, यहाँ नहीं… बच्चे हैं। कमरे में आओ।”

फूफा बोले, “अगर वे आ गए तो क्या होगा?”

माँ ने शरारत से कहा, “वे टीवी देखने में व्यस्त हैं। छोड़ो यार। (mom hot sex story)

चलो एक राउंड खेलते हैं।

चोरी-छिपे सेक्स का एक अलग ही मज़ा है।”

वे दोनों हँसते हुए फूफा के कमरे में गए।

उन्होंने दरवाज़ा बंद कर लिया।

मैं चुपके से चाबी के छेद से देख रहा था।

माँ घुटनों के बल बैठी थीं, और फूफा का Mota land उनके मुँह में था।

माँ उसे लॉलीपॉप की तरह चूस रही थीं।

वे अपने होंठों से लंड को चाट रही थीं, और फूफा कराह रहे थे,

“आह. सुनीता. तुम कितना अच्छा चूसती हो.”

माँ ने लंड मुँह से निकाला और बोलीं, “अरविन्द, तुम्हारा लंड बहुत स्वादिष्ट है. (mom hot sex story)

क्या मैं इसे और देर तक चूसूँ?”

फूफा ने माँ को बिस्तर पर लिटा दिया और उनका गाउन पूरी तरह से उतार दिया।

माँ अब सिर्फ़ पैंटी में थीं।

फूफा ने उनकी पैंटी भी उतार दी और अपना मुँह उनकी चूत पर रख दिया।

माँ की कराहें कमरे में गूँज रही थीं, “आह… उहह… अरविन्द… चाटो मेरी चूत…” फूफा उनकी चूत चाट रहे थे

और माँ की टाँगें काँप रही थीं।

थोड़ी देर बाद माँ ने फूफा को अपने से दूर खींचा और बोलीं,

“अब मुझे चोदो… मैं अब और इंतज़ार नहीं कर सकती।”

फूफा ने अपना लंड माँ की चूत में डाला और ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगे। (mom hot sex story)

कमरे में “फ़च-फ़च” और “पच-पच” की आवाज़ें गूँज रही थीं।

माँ की कराहें अब चीखों में बदल गई थीं, “आह… अरविन्द… और ज़ोर से… फाड़ दे मेरी चूत…” फूफा ने उनकी टाँगें अपने कंधों पर रखीं और ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगे।

माँ का पूरा शरीर काँप रहा था, और उनके चूचे ऊपर-नीचे उछल रहे थे।

माँ बार-बार कह रही थीं, “धीरे करो… बच्चे सुन लेंगे…” लेकिन फूफा पर कोई असर नहीं हुआ।

वे बस माँ को चोदने में मग्न थे।

लगभग 20 मिनट तक यह ज़ोरदार चुदाई चलती रही।

माँ दो बार चरमसुख प्राप्त कर चुकी थीं, और उनकी चूत पूरी तरह गीली हो चुकी थी।

आखिरकार, फूफा ने ज़ोर से धक्के लगाए और “आआह…” की आवाज़ के साथ माँ की चूत में ही झड़ गए।

माँ भी उसी समय तीसरी बार चरमसुख प्राप्त कर बिस्तर पर गिर पड़ीं। (mom hot sex story)

माँ ने अपना गाउन ठीक किया और कहा, “अरविन्द, मैं आज रात बच्चों को सुलाने के बाद वापस आऊँगी।”

वो चली गईं और मैं जल्दी से जाकर टीवी के पास बैठ गया।

शुक्र है कि रिया टीवी देखते-देखते सो गई थी।

माँ ने हमें कमरे में सुला दिया और फिर फूफा के कमरे में चली गईं।

उसके बाद, फूफा और माँ ने जब भी मौका मिला, खूब चुदाई की।

उन्होंने बाथरूम में, किचन में, हॉल में, स्टोररूम में, छत पर—हर जगह जमकर चुदाई की। (mom hot sex story)

यहाँ तक कि जब फूफा हमें भुसावल छोड़ने आए, तब भी माँ ने उनका लंड चूसा और कार में ही चुदवाया।

जब भी वो हमारे घर आते, माँ को खूब चोदते।

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