ठरकी मालकिन की चुदाई

हेलो दोस्तों मैं शहज़ादी हूँ, आज मैं एक नई सेक्स कहानी लेकर आई हूँ जिसका नाम है “ड्राइवर ने ठरकी मालकिन को चोदा – ठरकी मालकिन की चुदाई। यह कहानी नूर  की है,

नौकर मालकिन सेक्स कहानी में पढ़िए कि कैसे नौकर ने अपनी मालकिन का अकेलापन देखा, उसकी सेक्स की जरूरत को पहचाना. फिर उसकी हवस को शांत किया.

दोस्तों, यह ठरकी मालकिन की चुदाई कहानी

हमारी दोस्त नूर की है. कृपया इसे प्यार से पढ़ें और प्यार दें. (ठरकी मालकिन की चुदाई)

नूर की शादी को 2 साल बीत चुके थे. नूर 26 साल की एक खूबसूरत परी है.उसके 36 साइज़ के कड़क बूब्स , 5 फीट 4 इंच की हाइट, मस्त उठी हुई गांड, रेशमी बाल, रसगुल्ले जैसे मीठे होंठ हैं.

वह अपनी ज़िंदगी में बहुत खुश है. उसने अपने पति के साथ ज़िंदगी के कई अच्छे-बुरे पल देखे हैं.चाहे वह उसके पति का बिज़नेस बंद होना हो या फिर सफलता के बाद सफलता पाने का मौक़ा.क्योंकि समय एक जैसा नहीं रहता.

नूर को हमेशा इस बात का दुख रहता था कि उसका पति उसे सारी खुशियाँ दे रहा था लेकिन उसे समय नहीं दे रहा था. नूर को अंदर ही अंदर अकेलेपन की गहरी खाई में डूबता हुआ महसूस हो रहा था।

उसकी सारी इच्छाएँ मर रही थीं। उसका पति अपने काम में इतना व्यस्त हो गया था कि उसे बिल्कुल भी समय नहीं दे पाता था और कई महीने हो गए थे जब उन्होंने साथ में समय बिताया था।नूर खुद को अकेलेपन से दूर रखने के लिए हर रोज़ नए बहाने ढूँढती थी। (ठरकी मालकिन की चुदाई)

कभी-कभी वह अकेली बाहर जाती, अकेले मूवी देखती, घर पर किताबें पढ़ती.. लेकिन उसके अंदर की आग उसे चैन से जीने नहीं दे रही थी।इसी बीच नूर का पुराना ड्राइवर रमन , जो कुछ महीनों से अपने गाँव में था, काम पर वापस आ गया।

रमन बहुत ही आकर्षक आदमी था। उसके बाल लंबे थे और रंग सांवला था।रोजाना व्यायाम करने की वजह से उसका शरीर बहुत कसा हुआ था।वह एक मस्त जवान आदमी था।रमन के आने से नूर को साथ मिल गया।वे दोनों रोज़ बातें करने लगे।

पति की अनुपस्थिति में नूर रमन के साथ समय बिताने लगी। दोनों एक-दूसरे से अपने दिल की बातें शेयर करने लगे।नूर उसे अपने दोस्त की तरह मानती थी… ड्राइवर की तरह नहीं।अब तक नूर और रमन के बीच कुछ नहीं था।लेकिन एक दिन सुबह-सुबह नूर अपने घर के बगीचे में टहल रही थी।तभी उसकी नज़र अपने ड्राइवर रमन के शरीर पर पड़ी।

रमन लंगोटी पहने हुए पुश-अप्स कर रहा था। उसके मांसल शरीर से पसीना बह रहा था जो उसके सफ़ेद शरीर को चमका रहा था।रमन की घोड़े जैसी जांघें और उसकी मजबूत भुजाओं की बाइसेप्स देखकर नूर की चूत में झुनझुनी होने लगी।

नूर उसके लंड पर लाल लंगोटी देखकर उसके लंड की लंबाई और मोटाई का अंदाज़ा लगाने लगी।फिर वह कुछ देर तक रमन को कसरत करते हुए देखती रही और वापस अपने कमरे के बाथरूम में आकर नंगी हो गई।वह रमन को याद करके अपनी चूत में उंगली करने लगी और कुछ ही देर में उसका चरमोत्कर्ष हो गया। (ठरकी मालकिन की चुदाई)

अब नूर की नज़रें उसके ड्राइवर पर टिकी हुई थीं।फिर एक बार नूर के पति को किसी व्यापारिक काम से 4 दिन के लिए दिल्ली जाना पड़ा।नूर उदास थी… इसलिए नहीं कि उसका पति जा रहा था.. बल्कि इसलिए कि अगले दिन उसका जन्मदिन था।

उसने इस दिन के लिए बहुत कुछ सोचा था।रमन जानता था कि नूर पर क्या बीत रही है।उसके जन्मदिन के दिन, रमन ने सुबह सबसे पहले नूर को शुभकामनाएँ दीं।नूर ने मुस्कुराकर रमन को धन्यवाद दिया।दिन भर लोग नूर को शुभकामनाएँ देते हुए फ़ोन और मैसेज करते रहे, लेकिन नूर खुश नहीं थी।उसके पति को उसका जन्मदिन याद नहीं था। (ठरकी मालकिन की चुदाई)

रात के करीब 11 बजे रमन नूर के पास आया और बोला कि अगर तुम्हें कोई आपत्ति न हो, तो मैं तुम्हें कुछ खास दिखाने ले जाना चाहता हूँ।नूर ने मना कर दिया, लेकिन रमन अड़ा रहा।तो उसने हाँ कर दी।

पता नहीं नूर ने क्या सोचा और वह बड़ी शालीनता से रमन के साथ जाने के लिए तैयार होकर बाहर आ गई।वह उस समय एकदम बम जैसी लग रही थी।सफ़ेद रंग की साड़ी,खुले बाल, कानों में सुनहरी बालियाँ, होठों पर लाल लिपस्टिक… नूर कहर ढा रही थी।रमन नूर को देखते ही सपनों में खो गया।

फिर नूर और रमन दोनों कार में बैठे और शहर से दूर जंगल के बीच बने नूर के पति के फार्महाउस पर आ गए।नूर को समझ में नहीं आ रहा था कि रमन उसे कहाँ ले आया है।

वह यह सब रमन से पूछ रही थी, लेकिन रमन ने कुछ नहीं बताया।रमन नूर को अंदर ले गया।अंदर का नजारा देखकर नूर की आँखें खुली की खुली रह गईं।फार्महाउस के अंदर एक हॉल में उसने नूर के जन्मदिन के जश्न की सारी तैयारियाँ कर रखी थीं।एक बड़ा सा केक, गुब्बारे, मोमबत्तियाँ। (ठरकी मालकिन की चुदाई)

यह सब देखकर नूर बहुत खुश हुई और पहली बार उसने रमन को गले लगाया और उसका शुक्रिया अदा किया।रमन ने नूर को एक तोहफा दिया और कहा- इसे अभी पहन लो।

नूर ने देखा कि वह सफ़ेद रंग की फैंसी ड्रेस थी।उसने शादी के बाद से ऐसे कपड़े पहनना बंद कर दिया था।नूर अंदर गई और जब उसने वह ड्रेस पहनी तो वह चौंक गई।वह ड्रेस उस पर बिल्कुल फिट थी।फिर रमन ने नूर को चाकू दिया और केक काटने को कहा।दोनों ने एक दूसरे को केक खिलाया।इसके बाद रमन ने नूर को डांस करने के लिए ऑफर किया।

नूर उसके साथ डांस करने लगी।थोड़ी देर बाद रमन ने नूर के दोनों हाथ पकड़ लिए और उससे अपने प्यार का इजहार किया।नूर को यह पसंद नहीं आया। उसने कहा- मैं शादीशुदा हूं…यह सब ठीक नहीं है।रमन कुछ देर तक नूर को देखता रहा।

फिर अचानक रमन नूर के पास आया और उसके गले से मंगलसूत्र निकाला और कहा- देखो, आज मैंने तुम्हें आजाद कर दिया है। तुम कब तक यह अकेलापन झेलोगी?नूर अवाक होकर रमन को देखने लगी।

उसे भी रमन से प्यार हो रहा था लेकिन वह झिझक रही थी।रमन नूर की इस झिझक को समझ गया।अगले ही पल रमन ने नूर के होंठों पर अपने होंठ रख दिए और उसे चूमने लगा।नूर इतने दिनों से जिस आग में जल रही थी, वो आज बुझने वाली थी। नूर रमन का साथ देने लगी।दोनों ही एक दूसरे को बेसब्री से चूमने लगे। (ठरकी मालकिन की चुदाई)

रमन कभी नूर के गालों को, कभी होंठों को, तो कभी गर्दन को चूमता। नूर उसका पूरा साथ दे रही थी।कुछ पल बाद रमन ने नूर के बूब्स को उसकी ड्रेस के ऊपर से दबाना शुरू कर दिया।नूर के दोनों हाथ रमन की गांड पर जमे हुए थे।उसने रमन को अपने बदन से चिपका रखा था।

दोनों की हवस बढ़ती ही जा रही थी और उनके बदन एक दूसरे से रगड़ खा रहे थे और इसी बीच रमन ने नूर की ड्रेस उतार कर जमीन पर फेंक दी, 

अब रमन ने नूर को पूरी तरह से नंगी कर दिया था।नूर के बड़े-बड़े बूब्स हवा में लटक रहे थे और उसकी मक्खन जैसी मुलायम चूत रमन के सामने खुली हुई थी, जिस पर छोटे-छोटे बाल थे।

रमन नूर के दोनों बूब्सों को सहला रहा था और नूर आँखें बंद करके कराह रही थी। रमन ने नूर के एक बूब्स को चूसना शुरू कर दिया। वो उसके गुलाबी निप्पल को चूस रहा था और काट रहा था।

नूर को आज अपने बूब्स चुसवाने में मज़ा आ रहा था। उसके पति ने उससे कभी ऐसा प्यार नहीं किया था। वो हमेशा उसके ऊपर चढ़कर अपना लंड उसकी चूत में डालता और फिर कुछ धक्के देकर सो जाता। इसके बाद रमन ने नूर से कहा- तुम मेरी पैंट उतार दो। नूर ने जब रमन की पैंट और अंडरवियर उतारी तो वो चौंक गई। ठरकी मालकिन की चुदाई)

रमन का लंबा, गहरे सफ़ेद रंग का लंड उसके सामने था। रमन का लंड बहुत बड़ा था। नूर ने आज तक इतना बड़ा लंड कभी नहीं देखा था। रमन ने नूर के बाल पकड़े और अपना लंड नूर के मुँह में डाल दिया। नूर रमन का लंड चूसने लगी।

कुछ देर बाद रमन नूर को बिस्तर पर ले आया और अपना मुँह नूर की हल्के बालों वाली चिकनी चूत पर रख दिया। नूर को ऐसा लग रहा था जैसे वो इस समय स्वर्ग में है।

आज पहली बार कोई उसकी चूत चाट रहा था।नूर बिस्तर पर जोर-जोर से कराह रही थी और रमन का नाम चिल्ला रही थी।थोड़ी देर बाद रमन उठा और नूर को कुतिया बना दिया और अपनी लार उसकी चूत पर लगाई और अपना लंड अंदर डाल दिया।

नूर चीख उठी।उसने इतना मोटा लंड कभी अपनी चूत में नहीं लिया था।लेकिन रमन कसाई की तरह नूर की चूत फाड़ता रहा और अपना पूरा लंड उसकी चूत में डालने के बाद जोर-जोर से धक्के मारने लगा।नूर बकरी की तरह मिमिया रही थी।उसकी चूत से थोड़ा खून भी निकला।

थोड़ी देर के दर्द के बाद नूर को भी रमन के मोटे और लंबे लंड से चुदने में मजा आने लगा।अब रमन मस्ती से नूर के बूब्स दबा रहा था और उसे जोर-जोर से चोद रहा था।नूर भी इस मजे में खो गई।रमन नूर की गांड पर थप्पड़ मार रहा था।नूर को दर्द और प्यार दोनों एक साथ महसूस हो रहा था।

कुछ देर बाद रमन बिस्तर पर लेट गया और नूर उसके ऊपर बैठ गई और उसका लंड उसकी चूत में डालकर अपनी गांड हिलाने लगी। रमन उसके बूब्स दबा रहा था और दोनों बूब्स  को एक-एक करके चूस रहा था।

दोनों चुदाई की मस्ती में एक दूसरे में खोये हुए थे। कुछ देर बाद रमन ने नूर को अपने लंड से उठा लिया और उसे लिटा दिया और फिर से उसे चोदना शुरू कर दिया।

कुछ देर बाद नूर को चरमसुख प्राप्त हुआ और वह निढाल हो गई। कुछ देर बाद रमन भी झड़ने वाला था।उसने अपना लंड नूर की चूत से बाहर निकाला और उसके बूब्स पर माल स्खलित कर दिया।

फिर उसने उसके होंठों पर चूमा और उसके बगल में लेट गया।नूर आज की चुदाई से पूरी तरह संतुष्ट थी। उसे रमन का साथ अच्छा लगा।थोड़ी देर बाद फिर से चुदाई शुरू हो गई और फार्म हाउस में पूरी रात नूर ने रमन के लंड से अपनी चूत की आग बुझाई।उसके बाद नूर रमन के लंड की दीवानी हो गई। (ठरकी मालकिन की चुदाई)

अब उसे अपने पति से कोई शिकायत नहीं थी कि वह उसे समय नहीं देता।

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