virgin girl hard sex

हेलो दोस्तों मैं शहज़ादी हूं, आज मैं एक नई सेक्स स्टोरी लेकर आ गई हूं जिसका नाम है “कुंवारी भतीजी को दिया लंड का मज़ा–virgin girl hard sex” यह कहानी प्रिया की है आगे की कहानी वह आपको खुद बताएंगी मुझे यकीन है कि आप सभी को यह पसंद आएगी।

मेरा नाम प्रिया है। मैं 18 साल की हूँ, एक सीधी-सादी गाँव की लड़की हूँ, जो कॉलेज जाने वाली थी। मेरा शरीर ऐसा था कि गाँव के लड़के मेरे पीछे कुत्तों की तरह दौड़ाते थे।

मेरा गोरा रंग, छोटे लेकिन कसे हुए और गोल चूचे जो टाइट कुर्ती से बाहर आने को बेताब रहते थे। मेरी कमर पतली थी और गांड इतनी कसी और उभरी हुई थी कि हर कदम पर सलवार में हिलती रहती थी। मेरी चूत अभी भी कुंवारी थी, लेकिन उसमें जलन थी, एक भूख थी, जो मुझे रात में अपनी उंगलियों से उसे शांत करने पर मजबूर करती थी।

मेरे चाचा राजन 39 साल के थे। वे गाँव के एक मजबूत और सख्त आदमी थे – लंबा कद, सांवला रंग, चौड़ी छाती और मोटे हाथ जो किसी को भी जकड़ सकते थे। उनका लंड हमेशा उनकी पैंट में उभरा हुआ दिखाई देता था और उसे देखकर मेरी चूत में गुदगुदी होने लगती थी।

गर्मियों की छुट्टियाँ और गाँव का माहौल गर्मियों की छुट्टियों में मैं अपने नाना-नानी के गाँव गई थी।

माँ और पिताजी शहर में अपने काम में व्यस्त थे, इसलिए मैं अपनी नानी के पास रहने चली गई। गांव का माहौल शांत था- खेतों की हरियाली, गाय-भैंसों की आवाज और मेरे बालों को उड़ाती हल्की हवा।(virgin girl hard sex)

चाचा का घर हमारे घर से बस दो गली दूर था। वो अक्सर हमारे घर आते थे। एक दिन मैं दोपहर में नहाकर बाहर आई। मैंने एक पतली सी कुर्ती और सलवार पहनी हुई थी, जो गीली होने की वजह से मेरे बदन से चिपक गई थी।

मेरे चूचे सख्त होकर कुर्ती से बाहर निकल रहे थे और मेरी गांड का हर घुमाव सलवार में साफ दिख रहा था। चाचा बाहर आंगन में चारपाई पर बैठे थे। उनकी नजर मेरे बदन पर टिकी थी और उनका लंड पैंट में खड़ा होने लगा था।

मैंने शर्माते हुए उनकी तरफ देखा और कहा, “चाचा, क्या देख रहे हो?” उन्होंने अपनी भारी आवाज में कहा, “प्रिया, मेरा लंड तुम्हारे बदन को देखने के लिए तड़प रहा है।

तुम अभी भी कुंवारी हो, लेकिन ये चूत और गांड चुदवाने के लिए तैयार है।” उनकी बातें सुनकर मेरी चूत गीली हो गई और मेरे होंठ कांपने लगे।

रात का सन्नाटा और चाचा की हिम्मत

एक रात गाँव में बिजली चली गई। चारों तरफ अँधेरा था और सन्नाटा ऐसा था कि साँसों की आवाज़ भी साफ़ सुनाई दे रही थी। नानी अपने कमरे में गहरी नींद में सो रही थीं। मैं अपने कमरे में थी, हल्की नाइटी पहनी हुई थी, जिसमें ब्रा या पैंटी नहीं थी।

नाइटी के पतले कपड़े से मेरे चूचे साफ़ दिखाई दे रहे थे और मेरी गांड का उभार हर हरकत के साथ हिल रहा था। मैं बिस्तर पर लेटी हुई अपनी चूत में उंगली कर रही थी और चाचा के लंड के बारे में सोच रही थी।

तभी दरवाजे पर हल्की दस्तक हुई। मैं उठी और दरवाजा खोला – चाचा खड़े थे।(virgin girl hard sex)

वो सिर्फ़ ढीली लुंगी में थे और उनका मोटा लंड लुंगी से बाहर आने को बेताब था। वो अंदर आए और बोले, “प्रिया, आज मैं तुम्हारी चूत को जवान बना दूँगा।” मैं घबरा गई, “चाचा, ये ग़लत है… अगर नानी जाग गईं तो क्या होगा?” वो हंसे और बोले, “चिंता मत करो, आज रात सिर्फ़ तुम और मैं ही हैं।” उनके शब्दों ने मेरी चूत को और गीला कर दिया।

चाचा ने मुझे अपनी मजबूत बाहों में खींच लिया। उन्होंने एक ही झटके में मेरी नाइटी का कॉलर फाड़ दिया और मेरे छोटे लेकिन मजबूत चूचे उनके सामने आ गए।

उनकी आँखों में भूख थी। उन्होंने कहा, “प्रिया, तुम्हारे चूचे चूसने लायक हैं!” उन्होंने अपने बड़े हाथ से मेरे एक चूचे को दबाया और दूसरे को अपने मुँह में ले लिया।

उनकी जीभ मेरे निप्पल पर गोल-गोल घूम रही थी और मैं कराह उठी, “आह… चाचा , मेरे चूचे चूसो!” उन्होंने अपने दांतों से मेरे निप्पल को धीरे से काटा और मेरे शरीर में करंट दौड़ गया। मेरे चूचे सख्त हो गए थे और मेरी चूत उनके चूसने से टपक रही थी।

मैंने उनकी लुंगी खींचकर फेंक दी। उनका 7 इंच मोटा, काला लंड मेरे सामने लहरा रहा था। उसकी नसें उभरी हुई थीं और उसका सिर लाल और चिकना था। मैंने उसे देखा और कहा, “चाचा , यह मेरी चूत फाड़ देगा!”(virgin girl hard sex)

चूत का पहला स्पर्श

चाचा ने मुझे बिस्तर पर धकेल दिया। उन्होंने मेरी नाइटी पूरी तरह से उतार दी और मैं उनके सामने नंगी लेटी थी।

मेरी कुंवारी चूत उनके सामने थी- गुलाबी, छोटी और गीली। मेरी चूत हर तह साफ दिख रही थी और मेरे शरीर की गर्मी उसे और भी फिसलनदार बना रही थी। चाचा ने अपने मोटे हाथ से मेरी चूत को रगड़ा और मैं चिल्लाई, “आह… चाचा , मेरी चूत में आग लग गई है!” उन्होंने अपनी दो उंगलियाँ मेरी चूत में डाल दीं।

मेरी चूत टाइट थी और उनकी उंगलियाँ उसे खोलने लगीं। उन्होंने कहा, “प्रिया, तुम्हारी चूत कुंवारी है, लेकिन बहुत गीली है।” उन्होंने अपनी जीभ मेरी चूत की तहों पर फिराई। उनकी गर्म जीभ मेरी क्लिट को चाट रही थी और मैं पागल हो रही थी।

मैं चिल्लाई, “चाचा , मेरी चूत चाटो… चूसो!” उन्होंने मेरी चूत को अपने मुँह में लिया और चूसने लगे। उनका थूक और मेरी चूत का रस एक साथ टपक रहा था। मेरी गांड उछल रही थी और मैंने कहा, “चाचा , अब मुझे चोदो… मेरी चूत को लंड दो!”

चाचा मेरे ऊपर चढ़ गए। उनकी चौड़ी छाती मेरे चूचो को दबा रही थी। उन्होंने अपना मोटा लंड मेरी चूत पर रगड़ा उनका लंड मेरी चूत के होंठों को छू रहा था और मैं दर्द से तड़प रही थी. मैं चिल्लाई, “अंदर डालो चाचा … मेरी कुंवारी चूत की सील तोड़ दो!”

उन्होंने एक जोरदार धक्का मारा और उनका लंड मेरी tight chut में पूरा घुस गया. मेरी चूत कुंवारी थी और उनकी चुदाई की वजह से फट गई. मैं चिल्लाई, “आह… मैं मर गई… आपके लंड ने मेरी चूत फाड़ दी!

” मेरी चूत से खून टपकने लगा, लेकिन दर्द के साथ मज़ा भी था. चाचा ने अपने मोटे हाथों से मेरे चूचो को पकड़ लिया और जोर-जोर से धक्के लगाने लगे. उनका लंड मेरी चूत में गहराई तक जा रहा था और पूरे कमरे में फच-फच की आवाज़ गूंज रही थी. मेरे छोटे लेकिन गठीले चूचे उछल रहे थे और उन्होंने उन्हें कस कर भींच रखा था.

मैं कराह रही थी, “चोदो… जोर से चोदो… मुझे और मज़ा दिला दो!”

चाचा ने मुझे बिस्तर पर उल्टा कर दिया। मेरी कसी हुई गांड उनके सामने थी, गोल और चिकनी। उन्होंने अपने बड़े हाथ से मेरी गांड पर दो बार जोरदार थप्पड़ मारे, और मेरी गांड लाल हो गई। उन्होंने कहा, “प्रिया, तुम्हारी moti gand चोदने लायक है!

” मैं कराह उठी, “चोदो मुझे, चाचा … मेरी गांड फाड़ दो!” उन्होंने अपने लंड पर थूका और मेरी गांड के छेद पर रगड़ा। उनका मोटा टोपा मेरी गांड के छोटे से छेद को छू रहा था। उन्होंने अपना लंड धीरे से डाला, और मेरी गांड फटने लगी क्योंकि वह कसी हुई थी।(virgin girl hard sex)

मैं चिल्लाई, “आह… मेरी गांड फट गई है… चाचा , धीरे करो!” लेकिन उन्होंने एक जोरदार धक्का मारा, और उनका लंड मेरी गांड में आधा घुस गया। मैं चिल्ला रही थी, लेकिन वे नहीं रुके।

उन्होंने मेरी गांड चोदना शुरू कर दिया। उनका लंड मेरी गांड को रगड़ रहा था, और मेरे चूचे हवा में लटक रहे थे और हिल रहे थे। मेरी चूत का खून बिस्तर पर टपक रहा था, और उनकी चुदाई मुझे जन्नत दिखा रही थी।

अब चूत और गांड दोनों से खून टपक रहा था क्युकी चाचा का बोहोत mota lund था

चाचा ने मुझे बिस्तर से उठाया और कमरे में टेबल पर ले गए. उन्होंने मेरी टाँगें फैलाईं और मुझे टेबल पर लिटा दिया. मेरी चूत उनके सामने खुली हुई थी, खून और पानी से भीगी हुई. उन्होंने अपना लंड मेरी चूत पर रखा और एक और जोरदार धक्का मारा. मैं चिल्लाई, “आह… चाचा , मेरी चूत फाड़ दी… मुझे चोदो!” उनका लंड मेरी चूत में गहराई तक जा रहा था.

उन्होंने अपने बड़े हाथों से मेरे चूचे को पकड़ लिया और उन्हें मसलना शुरू कर दिया. मेरे निप्पल सख्त हो गए थे और उनकी उंगलियाँ उन्हें दबा रही थीं. मैं कराह रही थी, “चाचा … मेरी चूत और गांड दोनों को चोदो!” उन्होंने मेरे होंठ चूसे और उनकी जीभ मेरे मुँह में घूम रही थी. मेरी चूत का खून टेबल पर टपक रहा था और मेरा शरीर उनकी चुदाई से काँप रहा था.(virgin girl hard sex)

रात गुजरती गई. चाचा ने मुझे फिर से बिस्तर पर पटक दिया. उन्होंने मेरी गांड उठाई और पीछे से अपना लंड मेरी चूत में घुसा दिया. उनका लंड मेरी चूत की दीवारों को रगड़ रहा था. मैं चिल्ला रही थी, “आह… चाचा , आपका लंड मेरी जान ले लेगा!” उन्होंने मेरे चूचो को अपने हाथों में भर लिया और जोर से धक्के लगाए।

मेरी चूत से खून और पानी बिस्तर को भिगो रहा था, और बिस्तर की चरमराहट उनकी चुदाई के साथ गूंज रही थी।(virgin girl hard sex)

उन्होंने कहा, “प्रिया, मैंने तुम्हारी चूत को जवान कर दिया है!” मैं कराह रही थी, “मुझे चोदो… मुझे और चोदो… मेरी चूत और गांड तुम्हारे लंड की गुलाम हैं!” उसने एक जोरदार धक्के के साथ मेरी चूत में अपना माल छोड़ दिया। उनका गर्म माल मेरी चूत में भर गया, और मैं भी झड़ गई। मेरा शरीर कांप रहा था, और मेरी साँसें तेज़ चल रही थीं।

चाचा ने मुझे पूरी रात चोदा। उन्होंने मुझे गोद में उठाया और छत पर ले गए, जहाँ उन्होंने ठंडी हवा में फिर से मेरी चूत चोदी। जब वे मुझे चोद रहे थे, तब मेरी चीखें गाँव की शांति को भंग कर रही थीं।

मैंने उनका लंड मुँह में लिया, उनका माल पिया, और उनकी हर हरकत से मेरी चूत और गांड काँप रही थी। उन्होंने मेरे चूचे चूसे, मेरी गांड थपथपाई, और मेरी चूत को तब तक रगड़ा जब तक कि वह लाल नहीं हो गई। मेरी कुंवारी चूत अब पूरी तरह से फट चुकी थी।(virgin girl hard sex)

सुबह हुई, और मैं चाचा की बाहों में नंगी लेटी थी। मेरी चूत सूजी हुई थी, उसमें से खून और माल का मिश्रण टपक रहा था।

मेरी गांड लाल थी, और उनके दबाने से मेरे चूचे नीले पड़ गए थे। उन्होंने मेरे माथे को चूमा और कहा, “प्रिया, मैंने तुम्हें चोदकर जवान कर दिया है। तुम्हारी चूत अब मेरे लंड के लिए पागल हो गई है।” मैंने उनके लंड को सहलाया और सिसकते हुए कहा, “चाचा, तुम्हारा लंड मेरी चूत का मालिक है।” मेरे बदन में एक नई गर्मी थी, जो उसकी चुदाई ने जगा दी थी।

उस रात के बाद जब भी चाचा को मौका मिलता, वो मुझे चोदते। कभी खेत में, कभी नदी किनारे, कभी रात के अंधेरे में। मेरी चूत और गांड उनके लंड की गुलाम हो गई। उनकी हर चुदाई मुझे और जवान कर देती। ये कहानी एक ऐसी आग थी जो हमेशा मेरे बदन में जलती रहती थी।

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